दुर्ग.27. नवंबर.वेब वार्ता।दि बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ़ इंडिया शाखा दुर्ग एवं महिला सशक्तिकरण संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में ७५वा संविधान दिवस समारोह बड़े ही हर्षो उल्लास पूर्वक मनाया गया इस अवसर पर सर्वप्रथम भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न बोधिसत्व डॉक्टर बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर दि बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय ट्रस्टी आयुष्मान एसआर कानडेबौध्द एवं प्रदेश उपाध्यक्षआयु_संजय शेन्दरे सी के डोंगरे एवं इन्दू ढोक सुधा डोंगरे ने माल्या अर्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।तत्पश्चात तिरीशरण पंचशील एवं बुध्द वंदना का सामूहिक पाठ किया गया । इसके बाद सुनंदा गजभिए के द्वारा संविधान के प्रस्तावना का सामुहिक वाचन कराया गया। राष्ट्रीय ट्रस्टी एस आर कानडे बौध्द ने बताया कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक एवं लिखित संविधान है हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष समाजवाद , स्वतंत्रता समता बंधुता और न्याय इसकी मूल भावना है हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए आज हम 75वां संविधान दिवस समारोह मना रहे हैं। विविधता में एकता और अखंडता हमारे संविधान की सबसे बड़ी विशेषता है। पूर्व न्यायाधीश आयुष्मान संजय सेंद्रे साहब ने संविधान के अनुच्छेद 13 , 14, 15, 17, 19, 21, 25 एवं 32 की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष सी के डोंगरे, जितेंद्र मेश्राम महासचिव सुमित गजभिए रंगारी लोखंडे जी महिला सशक्तिकरण संघ प्रदेश इकाई उपाध्यक्ष आयुष्मति इंदु ढोक, सुधा डोंगरे, रंजना वालवानदरे कोषाध्यक्ष प्रतिमा गेडाम महासचिव पुष्प लता भोयर, बबीता मेश्राम, साधना नागवंशी उषा रावत अंजना घोड़े सवार कुंदन भालाधरे चंद्रभागा टैंभूरने अरुणा घरडे, अरुणाडोंगरे निर्मला गजभिए उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रीतिमा गेडाम महासचिव एवं रंजना वालवानदरे कोषाध्यक्ष ने आभार व्यक्त की और अंत में मिष्ठान वितरण किया गया। यह कार्यक्रम संविधान चौक दुर्ग में आयोजित किया गया।