सीजी वेब वार्ता। 13जून।रायपुर – बीते दिनों हुए बलौदाबाजार में हिंसा में कलेक्टर और एसपी को हटाने के बाद सरकार ने उपद्रवियों पर सख्ती से धरपकड़ करना शुरू कर दिया है।उपद्रव करने वाले, कलेक्टर और एसपी दफ्तर को आग लगाने वालों को चुन-चुनकर पकड़ा जा रहा है।
कल बीते बुधवार 60 लोगों को जेल भेजा गया, उनकी पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर किया गया। अब तक हुई पूछताछ और जांच के बाद 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है, वहीं हिंसा की घटना में शामिल रहे लगभग 500 उपद्रवियों की तलाश की जा रही है।
उपद्रवियों के द्वारा बलौदाबाजार कलेक्टर ऑफिस एवं एसपी ऑफिस में लगाई गई आग के बाद रिकॉर्डों की तलाशी जारी है इस बारे में पता चला है कि राजस्व रिकार्ड नहीं जले लेकिन पुलिस रिकार्ड खाक हो गया है। गुंडों की हिस्ट्री राख हो गई है। इसमें 12 साल का रोजनामचा भी है।
बलौदाबाजार पुलिस के मुताबिक आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय के ज्यादातर हिस्से में आग लग गई थी। आगजनी की घटना में सबसे ज्यादा नुकसान रिकॉर्ड रूम का हुआ है।
रिकार्ड रूम में रखे सात थाना क्षेत्र के साथ चार पुलिस चौकी के रोजनामचा 90 प्रतिशत तक जल गए हैं।
पुलिस के अनुसार आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय में रखे अपराधियों के सारे रिकॉर्ड आग से जलकर खाक हो गए हैं।
बलौदाबाजार पुलिस के मुताबिक आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय के रीडर रूम के साथ डीएसबी, डीआरबी शाखा, स्टेनो रूम तथा ओएम शाखा में रखे दस्तावेज आग से जलकर खाक हो गए, इसके साथ स्टेनो, रीडर रूम में रखे कंप्यूटर जलकर राख हो गए।
पुलिस सूत्र बताते हैं कि आग की चपेट में आने से जो दस्तावेज जले हैं, उनमें से जितने दस्तावेज आग से जले हैं, उतने ही दस्तावेज आग बुझाने के दौरान पानी से खराब हुए हैं। पुलिस के अनुसार जो दस्तावेज नहीं जले हैं, केवल पानी से भीगे हैं उन दस्तावेजों की छंटनी की जा रही है।
छंटनी के बाद जो दस्तावेज खराब नहीं हुए हैं, उन्हें रखा जाएगा, इसके साथ ही जले हुए कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क की
पड़ताल की जा रही है।
आग/पानी के बाद गायब रिकॉर्डों के दुरुस्तगी के बारे में पुलिस सूत्र बताते हैं कि थानों में जो एफआईआर दर्ज होती है या किसी अन्य तरह से रिकॉर्ड तैयार किए जाते हैं, उसकी एक कॉपी थाना में रखने के साथ एसपी कार्यालय तथा आईजी कार्यालय भेजी जाती है।
आग तथा पानी की चपेट में आकर जो दस्तावेज जले तथा खराब हुए हैं, उन दस्तावेज तथा रिकॉर्ड को संबधित थानों से रिकवर करने के साथ आईजी कार्यालय से संपर्क कर दुरुस्त किया जाएगा।