सूरजपुर .30 नवंबर वेबवार्ता- सूरजपुर में हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या के मामले में सूरजपुर एसपी ने एक आरक्षक को बर्खास्त कर दिया है।आरक्षक की बर्खास्तगी मामले में आईजी द्वारा गठित जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद की गई है। घटना का मुख्य आरोपी कुलदीप साहू जिलाबदर होने के दौरान सूरजपुर में रह रहा था।
बर्खास्त आरक्षक ने हत्याकांड के बाद 20 बार आरोपी के दो सहयोगियों से बात की और दो लाख रुपए आरोपी के घर से निकलवाया।
सूरजपुर में हेड कांस्टेबल की पत्नी एवं बेटी की हत्या के आरोपी कुलदीप साहू, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सीके चौधरी, रिंकू सिंह एवं सूरज साहू को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हत्याकांड में कुलदीप साहू, सीके चौधरी एवं रिंकू सिंह ने तालिब शेख के घर पहुंचकर दोनों की हत्या की और शव को पांच किलोमीटर दूर फेंक दिया था। जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट आईजी अंकित गर्ग ने हत्याकांड की जांच के लिए कोरिया एडिशनल एसपी मोनिका ठाकुर और बलरामपुर के एसडीओपी एमानुएल लकड़ा के नेतृत्व में कमेटी बनाई थी।
मामले में सूरजपुर पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर मुख्य आरोपी कुलदीप साहू को संरक्षण देने और उसका सहयोग करने के आरोप हैं।
मामले में राज्य शासन ने तत्कालीन एसपी को हटाते हुए उन्हें पीएचक्यू भेज दिया था।
आरक्षक प्रदीप साहू ने हत्याकांड के बाद कुलदीप साहू की मां रीता साहू से सह आरोपी सूरज साहू की बात कराई। और उसके घर से संतोष साहू को बुलाकर उसके घर से 2 लाख रुपए निकलवाकर दिलवाया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुलदीप साहू जिला बदर की अवधि में कई बार सूरजपुर में देखा गया। इसकी जानकारी आरक्षक प्रदीप साहू को थी। वह आरोपी से मिला भी था, लेकिन उसने कार्रवाई नहीं की। आरक्षक प्रदीप साहू का हत्याकांड के दूसरे दिन 14 अक्टूबर को सूरज साहू से 2 बार एवं संतोष साहू से 18 बार मोबाइल में बात हुई।
संतोष साहू एवं सूरज साहू के बीच 8 बार मोबाइल में बात हुई। 14 अक्टूबर को ही आक्रोशित लोगों ने कुलदीप साहू के घर आग लगा दी थी।
कुलदीप की मां रीता साहू ने भी बयान में आरक्षक प्रदीप साहू से पहले से बातचीत होना एवं घटना के बाद भी बातचीत होना बताया गया। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने आरक्षक प्रदीप साहू को बर्खास्त कर दिया है